नई आयकर रिफ़ंड रणनीति: समय रहते ITR फाइल करें, टैक्स रिफंड पाएं

 🧾 नई आयकर रिफ़ंड रणनीति: समय रहते ITR फाइल करें, टैक्स रिफंड पाएं


1. समय से पहले ITR दाखिले का “बोनस”

आयकर विभाग ने हाल ही में ITR-1 और ITR-4 फॉर्म (FY 2024‑25, AY 2025‑26 के लिए) अपलोड किए हैं, जिसका मतलब है कि योग्य वेतनभोगी करदाता अब ऑनलाइन रिटर्न सबमिट कर सकते हैं
विस्तार: ITR-1 50 लाख तक की आय वाले वेतनभोगियों के लिए है, जबकि ITR-4 उन व्यवसायियों और पेशेवरों के लिए है जो अनुमानित टैक्स पद्धति के अंतर्गत आते हैं। समय से पहले जमा करने पर न केवल आपको प्राथमिकता में प्रोसेसिंग मिलती है, बल्कि गलतियों की जाँच और सुधार का भी मौका मिलता है, जिससे रिफंड प्रक्रिया तेज होती है।

2. रिफंड होल्ड: सेक्शन 245 का साया

आधिकारिक ईमेल्स आईटीआर दाखिल करने वालों को सूचित कर रहे हैं कि यदि आपकी ITR किसी पुराने वर्ष की आकलन या पुनःआकलन प्रक्रिया में है, तो आपका रिफंड सेक्शन 245(2) के तहत रोक दिया जाएगा ।
विस्तार: यह प्रावधान यह सुनिश्चित करता है कि यदि कोई पिछली आयकर देनदारी बकाया है, तो विभाग उसे मौजूदा वर्ष के किसी भी रिफंड से संतुलित कर सके। ऐसा करने से विभाग हितरहित कॉम्प्लायंस सुनिश्चित करता है और राजस्व की वसूली में तेजी लाता है।

3. जब रिफंड रुक जाए—कैसे समझें नोटिस?

यदि आपको Section 245 का नोटिस प्राप्त हो, तो यह कई कारणों से हो सकता है:

  • पिछले वर्षों में कर देयता बची हुई है।
  • ITR में कोई विसंगति है जिसे CPC ने पाया और AO को भेजा।
  • आपके रिटर्न में TDS या 26AS में मिलान त्रुटि है ।

  • विस्तार: CPC एक केंद्रीकृत चेकपॉइंट है। जब यह कोई जोखिम या विसंगति देखता है, तो मामला AO को भेज देता है जो आगे मूल्यांकन करता है।

4. रिफंड कैसे वैध रूप से वापस पाइए?

यदि आपको नोटिस मिला है, तो तुरंत निम्न करें 

  1. e‑filing पोर्टल → Pending Actions → Response to Outstanding Demand में जाएँ।
  2. यदि आप मांग स्वीकारते हैं, तो “Demand is correct” चुनें।
  3. यदि आप असहमत हैं, तो “Disagree full/part” चुनें और प्रमाण—जैसे मांग पहले ही भरी गई हो या आपूर्ति की गई हो—अपलोड करें।
  4. जवाब 30 दिनों के भीतर जमा करें, अन्यथा समायोजन स्वचालित होगा।

5. पुराने बनाम नए टैक्स सिस्टम: कब क्या चुनें?

सरकारी FAQ के अनुसार, नया टैक्स रेजीम (115BAC) कम दर पर टैक्स स्लैब प्रदान करता है, लेकिन यह अधिकांश कटौतियों को हटा देता है ।
विस्तार में तुलना:

सुविधा/डिडक्शन

पुराना रेजीम

नया रेजीम

स्टैण्डर्ड डिडक्शन

₹50,000

₹75,000

HRA, LTA, लॉकूड़(80C)

उपलब्ध

नहीं

मेडिकल इंश्योरेंस (80D)

₹25,000 (स्व + परिवार) + ₹25,000 (माता-पिता)

नहीं

गृह लोन ब्याज

₹2 लाख तक की कटौती

उपलब्ध नहीं

कर्मचारियों को आय और निवेश आधारित कैलकुलेटर से दोनों रास्तों पर कर बोझ का तुलनात्मक विश्लेषण करना चाहिए — जैसे की MoneyControl पर उपलब्ध टैक्स कैलकुलेटर ।

6. रिफंड जल्दी कैसे पाएं: रणनीतिक सुझाव

  1. ITR-1/4 यूटिलिटी की तैयारी शुरू करें — नवीन विकल्पों के साथ विवरण भरना आसान हुआ है 
  2. आवश्यक दस्तावेज़ तैयार रखें— Form 16, TDS स्लिप्स, Form 26AS, ELSS या LFSS बनियाव संसाधन।
  3. समय रहते फाइल करें—जुलाई 31  तक डेडलाइन होती है, लेकिन रिफंड तेज़ मिलने के लिए मई–जून में दाखिलियां करें।
  4. ट्रैकिंग रखें—e‑filing पोर्टल पर My Account → Refund/Demand Status को नियमित देखें।

निष्कर्ष

  • समय से पहले दाखिला: प्राथमिकता प्रोसेसिंग और तेज़ रिफंड।
  • Section 245 को समझना: समायोजना रोकथाम या उचित विवाद हेतु प्रतिक्रिया देना अनिवार्य।
  • टैक्स संरचना विकल्प: पुराना बनाम नया, अपने निवेश और कटौतियों के आधार पर चुने।
  • डिजिटल तैयारी रखें: Form 16, TDS, Excel फ़ॉर्म की तैयारी से त्रुटियों से बचा जा सकता है।

इन रणनीतियों के माध्यम से न केवल आप टैक्स में बचत कर सकते हैं, बल्कि अपने रिफंड को समय पर प्राप्त करने के साथ-साथ अवांछित विलंब और कटौती से भी बच सकते हैं।

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