GSTN Advisory Dated 19.06.2025: अब Missed ITC को Reclaim करना हुआ आसान – जानें IMS Rejection को कैसे ठीक करें
19 जून 2025 को GST Network (GSTN) ने Advisory No. 613 जारी की है, जिसमें बताया गया है कि अगर कोई Taxpayer ने गलती से कोई valid invoice, debit note या credit note को IMS (Invoice Management System) में reject कर दिया हो, तो उसे कैसे ठीक किया जा सकता है। यह एडवाइजरी खासकर उन recipients और suppliers के लिए फायदेमंद है जो GSTR-3B फाइल कर चुके हैं और अब गलती से reject की गई entries को सही करना चाहते हैं।
✅ Recipients (Buyers) के लिए समाधान: गलती से Reject हुए Documents को कैसे Recover करें
कई बार ऐसा होता है कि recipient ने IMS में किसी invoice या note को गलती से “Reject” कर दिया हो, जबकि वह पूरी तरह से valid था। इस rejection की वजह से वह document GSTR-2B में नहीं दिखता और Input Tax Credit (ITC) claim नहीं हो पाता।
GSTN के अनुसार, ऐसे में supplier को वही document दुबारा file करना होगा, जिसमें कोई बदलाव न किया गया हो। यह दो तरीकों से किया जा सकता है:
- उसी अवधि के लिए GSTR-1A में, या
- किसी आने वाली अवधि के GSTR-1 या IFF की amendment table में।
जब supplier दुबारा वही document file कर देता है, तो recipient उसे IMS में accept कर सकता है। इसके बाद, वह GSTR-2B को recompute कर सकता है और उस ITC को claim कर सकता है जिसे उसने पहले गलती से खो दिया था।
यह प्रक्रिया सुनिश्चित करती है कि सही ITC वापस पाया जा सकता है, बिना किसी पेनल्टी या अतिरिक्त प्रक्रिया के।
✅ Suppliers के लिए राहत: Duplicate Liability नहीं लगेगी
Suppliers अक्सर यह चिंता करते हैं कि अगर वे एक ही document को फिर से file करते हैं, तो कहीं वो document system में duplicate न मान लिया जाए या उस पर दोबारा tax न लग जाए।
Advisory में स्पष्ट किया गया है कि अगर document की details वही रहती हैं, तो GSTR-1 के amendment table में कोई differential value नहीं आती, और इसलिए कोई अतिरिक्त liability नहीं बनती।
यानि supplier जब वही पुराना document फिर से file करता है और उसमें कोई बदलाव नहीं होता, तो system उसे duplicate नहीं मानता और अतिरिक्त tax नहीं लगता।
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❗ Credit Note Rejection पर विशेष ध्यान दें
Advisory में यह भी बताया गया है कि अगर किसी valid credit note को गलती से reject कर दिया गया हो, तो recipient ने संभवतः excess ITC ले लिया होगा क्योंकि credit note का effect उसकी GSTR-2B में नहीं दिखा।
ऐसी स्थिति में supplier को वही credit note amendment के जरिए फिर से file करना होगा। जब recipient उसे accept करता है, तो system खुद-ब-खुद ITC reversal दिखा देगा, जिससे recipient की liability सही हो जाएगी।
इससे यह सुनिश्चित होता है कि supplier और recipient दोनों की compliance बनी रहे और audit में कोई गलती या mismatch न निकले।
🔄 Correction अब आसान, Manual Intervention की ज़रूरत नहीं
GSTN का यह advisory बताता है कि अब गलतियों को सही करना आसान हो गया है। न तो कोई manual letter भेजने की ज़रूरत है और न ही कोई offline correction process। सब कुछ system के माध्यम से ही होगा।
इस प्रक्रिया के मुख्य फायदे:
- ❌ कोई Penalty नहीं
- 💵 Suppliers पर extra tax का बोझ नहीं
- 🔁 Duplicate entry का खतरा नहीं
- ✅ Recipients को उनका missed ITC वापस मिल सकता है
📌 सावधानी ही बचाव है: IMS में Rejection/Acceptance ध्यान से करें
यह advisory एक reminder भी है कि taxpayers को IMS में documents को reject या accept करते समय पूरी सावधानी बरतनी चाहिए। हां, अगर गलती हो भी जाए, तो GSTN ने एक आसान और पारदर्शी समाधान दे दिया है जिससे सही ITC को reclaim किया जा सकता है।
GST return filing से जुड़ी टीमों को यह प्रक्रिया समझाना और ट्रेन्ड करना अब पहले से ज्यादा जरूरी हो गया है।
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